ग्राम पंचायत पिपरिया कला में बड़ा खुलासा: रोजगार सहायक के खाते में 1.56 लाख रुपये का संदिग्ध ट्रांसफर!

जबलपुर | जिले की ग्राम पंचायत पिपरिया कला, जनपद पंचायत जबलपुर में पदस्थ रोजगार सहायक सुमित पाठक एक गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोपों में घिरते नजर आ रहे हैं। ग्राम के ही कुछ जागरूक नागरिकों ने नाम न छापने की शर्त पर शिकायत की है, जिसमें उन्होंने वर्ष 2021 से 2024 के बीच सुमित पाठक के व्यक्तिगत बैंक खाते (खाता क्रमांक 68013265174) में ₹1,56,950.00 की राशि ग्राम पंचायत द्वारा ट्रांसफर किए जाने का आरोप लगाया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह राशि मनरेगा या अन्य पंचायत योजनाओं के अंतर्गत ग्राम पंचायत पिपरिया कला के खाते से वर्ष 2021 से 2024 तक अलग-अलग राशि का कुल भुगतान सीधे रोजगार सहायक के व्यक्तिगत खाते में भेजी गई। जबकि नियमों के अनुसार किसी भी पंचायतकर्मी के व्यक्तिगत खाते में योजनागत राशि ट्रांसफर किया जाना वित्तीय अनुशासन और सरकारी दिशा-निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन माना जाता है।

रोजगार सहायक का कार्य क्या होता है?
गौरतलब है कि रोजगार सहायक का कार्य मुख्यतः मनरेगा जैसी योजनाओं में मास्टर रोल भरना, मजदूरी की प्रविष्टि करना, कार्यों की निगरानी और रिकॉर्ड संधारण करना होता है। उन्हें पंचायत निधियों के प्रत्यक्ष वित्तीय लेनदेन से दूर रखा जाता है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

जांच की मांग तेज
ग्रामवासियों का कहना है कि वे इस विषय में पहले भी कई बार मौखिक रूप से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। अब उन्होंने मीडिया के माध्यम से प्रशासन से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।

CEO बोले जल्द होगी जांच
वही इस मामले में जिला पंचायत कार्यालय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम जल्द ही इस पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं और अगर यह मामला सही पाया गया तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।