शादी के नाम पर साजिश: जबलपुर के अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की हत्या ने हिलाया प्रदेश

शादी के नाम पर साजिश: जबलपुर के अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की हत्या ने हिलाया प्रदेश
जसवंत सिंह राजपूत
(प्रदेश की न्यूज़)
जबलपुर। मझौली तहसील के पड़वार गांव के निवासी अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की निर्मम हत्या ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है। एक मासूम सवाल से शुरू हुई कहानी अंततः एक सुनियोजित साजिश में तब्दील हो गई, जिसमें एक ईमानदार युवक ने अपनी जान गंवा दी।
👉शादी के सपने से मौत तक का सफर
इंद्र कुमार तिवारी ने कुछ दिन पहले एक धार्मिक कार्यक्रम में मंच से संत अनिरुद्धाचार्य महाराज से सवाल किया था — "मेरी शादी कब होगी?" इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसी वीडियो में इंद्र ने यह भी बताया कि उनके पास 18 एकड़ जमीन है और उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है क्योंकि माता-पिता का देहांत हो चुका है।
पुलिस को शक है कि इसी वीडियो को देखकर ठगों ने उन्हें अपना निशाना बनाया। इंद्र कुमार ने अपने परिजनों को बताया था कि उनकी शादी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर की एक युवती “खुशी” से तय हुई है और 30 मई को वे उससे मिलने कुशीनगर रवाना हो रहे हैं। उन्होंने इस शादी के लिए एक एकड़ जमीन गिरवी रखकर करीब डेढ़ लाख रुपये जुटाए थे जिससे जेवरात खरीदे गए।
👉गायब होने के बाद मिली लाश
30 मई के बाद 5 जून तक इंद्र अपने परिजनों से संपर्क में थे, लेकिन फिर उनका मोबाइल बंद हो गया। 8 जून को मझौली थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई। इसके बाद 27 जून को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के उपासपुर गांव में एक अज्ञात शव मिला, जिसकी शिनाख्त इंद्र कुमार के रूप में हुई।
👉शादी के नाम पर लूट और हत्या की आशंका
पुलिस जांच में सामने आया कि यह शादी सिर्फ एक बहाना था। शुरुआती जांच के अनुसार, यह एक संगठित साजिश का हिस्सा है जिसमें इंद्र कुमार को शादी के झांसे में बुलाया गया, लूटा गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई। कुशीनगर पुलिस ने इस मामले में कौशल गौड़ नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ जारी है।
मझौली थाना प्रभारी जेपी द्विवेदी का कहना है कि यह महज एक व्यक्ति की करतूत नहीं लगती। संभव है कि इस पूरी घटना के पीछे एक संगठित गिरोह हो, जो सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर भोले-भाले, अकेले रहने वाले युवकों को शादी का झांसा देकर निशाना बना रहा है।
👉गांव में शोक की लहर
इंद्र कुमार अपने गांव में एक ईमानदार, मेहनती और सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले शिक्षक के रूप में पहचाने जाते थे। वे अकेले रहते थे और अपनी रोजी-रोटी के लिए पढ़ाने के साथ खेती भी करते थे। अब उनके घर में मातम पसरा है और गांववालों में आक्रोश के साथ गहरा दुख है।
👉अब अगली चुनौती: क्या अकेला आरोपी या संगठित गिरोह?
अब पुलिस की अगली चुनौती यह है कि क्या यह साजिश केवल कौशल गौड़ तक सीमित है या इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है? सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली जानकारियों के आधार पर भोले-भाले युवकों को फंसाकर लूटने और मारने वाला गिरोह अगर सक्रिय है, तो यह न केवल कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती है बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है।
रिपोर्ट: प्रदेश की न्यूज़ | जबलपुर